राहु जब कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, तब वह मेष राशि वालों की ग्यारहवीं भाव में स्थित होगा। ग्यारहवां भाव लाभ, इच्छाओं की पूर्ति, मित्रों, नेटवर्किंग और आकस्मिक लाभ का कारक होता है।
शुभ प्रभाव:
आर्थिक लाभ की संभावनाएँ बढ़ेंगी। अचानक धन प्राप्ति या निवेश से लाभ हो सकता है।
सोशल नेटवर्किंग और मित्रों से सहयोग मिलेगा। प्रभावशाली लोगों से संपर्क बन सकते हैं।
लंबे समय से चली आ रही इच्छाओं की पूर्ति संभव है।
प्रमोशन, जॉब चेंज, या विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं।
यदि व्यापार कर रहे हैं, तो नए ग्राहक और सहयोगी मिल सकते हैं।
अशुभ प्रभाव:
कुछ मित्र धोखा दे सकते हैं, इसलिए सतर्क रहना ज़रूरी है।
लालच और भ्रम के कारण गलत निर्णय हो सकते हैं।
अत्यधिक आकांक्षाएं रखने से मानसिक तनाव संभव है।
अवैध या शॉर्टकट तरीकों से धन कमाने का मोह बढ़ सकता है, जो बाद में नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।
उपाय:
राहु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए "राहु बीज मंत्र" का जाप करें:
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः। (प्रतिदिन 108 बार जाप करें)
नीले या काले रंग से परहेज करें विशेषकर बुधवार और शनिवार को।
काले तिल और उड़द दान करना लाभकारी रहेगा।